- इसके पादप झाडीदार और लंबवत होते हैं। इसकी फलियां खाने योग्य होती हैं।
- यह रतुआ एवं चूर्णिल फफूंद दोनों से प्रतिरोधी है।
- इसकी फलियां सपाट होती हैं, उनमें चर्मपत्र कम होता है, भुरभुरी एवं मीठी होती हैं।
- 80 दिनों की फसल-अवधि में इसकी उपज क्षमता 8 टन प्रति हेक्टेयर है।