4 |
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फुदक |
रोपण के समय पर 250 कि. ग्रा. प्रति हैक्टे. की दर से मेड़ों में 8-10% तेलयुक्त नीम की खली का प्रयोग करें और रोपाई के 30 दिन बाद इसका पुन: प्रयोग करें। |
5 |
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प्ररोह एवं फल बेधक |
रोपण के समय पर 250 कि. ग्रा. प्रति हैक्टे. की दर से मेड़ों में 8-10% तेलयुक्त नीम की खली का प्रयोग करें और रोपाई के 30 दिन बाद इसका पुन: प्रयोग करें। |
6 |
बैंगन |
माइलोसेरस धूसर घुन |
रोपण के समय पर 250 कि. ग्रा. प्रति हैक्टे. की दर से मेड़ों में 8-10% तेल-युक्त नीम की खली का प्रयोग करें और रोपाई के 30 दिन बाद इसका पुन: प्रयोग करें। |
7 |
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पत्ती सुरंगक |
इमिडाक्लोप्रिड (0.3 मि. ली./ली.) या थयोमेथॉक्सम (0.3 ग्रा./ली.) में पौधों को डुबोएं। टमाटर की प्रत्येक 16 पंक्तियों के बीच 45 दिन पुराने अफ्रीकी गेंदे के पौधों की एक पंक्ति की बुवाई करें। प्रतिरोपण के 15 दिनों के पश्चात इमिडाक्लोप्रिड (0.3 मि. ली./ली.) या थयोमेथॉक्सम (0.3 ग्रा./ली.) का छिड़काव करें। रोपण से पहले पत्ती मोड़क से संक्रमित पत्तियों को हटा दें और पुष्पण से पहले 2-3 बार दोहराएं। प्रतिरोपण के 28, 35 और 42 दिनों पर एनपीबी 250 एलई का छिड़काव करें (2 प्रतिशत गुड़ मिलाकर सायंकाल में छिड़काव करें)। |
8 |
टमाटर |
फल-बेधक |
इमिडाक्लोप्रिड (0.3 मि. ली./ली.) या थयोमेथॉक्सम (0.3 ग्रा./ली.) में पौधों को डुबोएं। टमाटर की प्रत्येक 16 पंक्तियों के बीच 45 दिन पुराने अफ्रीकी गेंदे के पौधों की एक पंक्ति की बुवाई करें। प्रतिरोपण के 15 दिनों के पश्चात इमिडाक्लोप्रिड (0.3 मि. ली./ली.) या थयोमेथॉक्सम (0.3 ग्रा./ली.) का छिड़काव करें। रोपण से पहले पत्ती मोड़क से संक्रमित पत्तियों को हटा दें और पुष्पण से पहले 2-3 बार दोहराएं। प्रतिरोपण के 28, 35 और 42 दिनों पर एनपीबी 250 एलई का छिड़काव करें (2 प्रतिशत गुड़ मिलाकर सायंकाल में छिड़काव करें)। |
9 |
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सफेद मक्खी |
10 दिनों के अंतराल पर 4-5 बार नीम बीज पाउडर (4%) या नीम साबुन (1%) का छिड़काव करें। |
10 |
मिर्च |
काष्ठकीट |
10 दिनों के अंतराल पर 4-5 बार नीम बीज पाउडर (4%) या नीम साबुन (1%) का छिड़काव करें। |