Sample Heading

Sample Heading

बी.सी.एस.एल. के अधिकारियों के लिए "सब्जी फसलों की उन्नत उत्पादन प्रौद्योगिकी" विषय .....

Primary tabs

बी.सी.एस.एल. के अधिकारियों के लिए "सब्जी फसलों की उन्नत उत्पादन प्रौद्योगिकी"  विषय पर विशेष ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम  आयोजित किया गया

 

भा.कृ.अनु..-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु ने 24 से 25 फरवरी, 2021 के दौरान बायर क्रॉप साइंस इंडिया लिमिटेड (बीसीएसएल) के अधिकारियों के लिए "सब्जी फसलों की उन्नत उत्पादन प्रौद्योगिकी" पर एक विशेष ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बीसीएसएल द्वारा प्रायोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के विभिन्न भागों का प्रतिनिधित्व करने वाले बीसीएसएल के 180 अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अधिकारियों को उन्नत सब्जी फसल उत्पादन तकनीक पर जानकारी प्रदान करना था।

इस दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रधान वैज्ञानिक और प्रभारी अध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण विभाग, भा.कृ.अनु..- भा.बा.अनु.सं., बेंगलुरु के स्वागत भाषण से हुई। डॉ. बी. बालकृष्णा, प्रधान वैज्ञानिक, सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण विभाग और प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक, ने कार्यक्रम की पाठ्यक्रम सामग्री की जानकारी दी। श्री योगेश मोहिते, बीसीएसएल ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों की अपेक्षाओं के बारे में बताया।

 

भा.कृ.अनु..- भा.बा.अनु.सं.,बेंगलुरु के विभिन्न विभागों के अध्यक्ष यथा डॉ. के. माधवी रेड्डी, सब्जी फसल, डॉ. रेजू कुरियन, फल फसल, डॉ. सी.अश्वथ, पुष्प विज्ञान और औषधीय फसल, डॉ. एम. कृष्णा रेड्डी, फसल संरक्षण और डॉ. के.एस. शिवशंकर, मूलभूत विज्ञान विभाग ने उद्घाटन सत्र में भाग लिया और कार्यक्रम के आशय की सराहना की। श्री जी. . अतीकुल्ला, वैज्ञानिक, सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण विभाग और कार्यक्रम के अन्य समन्वयक ने उद्घाटन सत्र के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

 

दो दिवसीय विचार-विमर्श के दौरान, भा.कृ.अनु..- भा.बा.अनु.सं. के सब्जी फसल,प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, फसल संरक्षण, मूलभूत विज्ञान और सस्योत्तर प्रौद्योगिकी और कृषि अभियंत्रण विभागों के 14 वैज्ञानिकों ने संसाधन व्यक्तियों के रूप में भाग लिया और व्याख्यान दिया। इसके परिणामस्वरूप, प्रतिभागियों ने सब्जी फसलों की विभिन्न उन्नत उत्पादन तकनीकों जैसे वैज्ञानिक विधि द्वारा नर्सरी प्रबंधन, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, कीट और रोग प्रबंधन, घरेलू और निर्यात बाजारों में विपणन क्षमता बढ़ाने के लिए कटाई के बाद प्रबंधन आदि पर ज्ञान प्राप्त किया। बीसीएसएल के दो विशेषज्ञों ने भी प्रतिभागियों को कीट, रोगों और सूत्रकृमि प्रबंधन के लिए विभिन्न नवीन हस्तक्षेपों के बारे में जागरूक किया। प्रत्येक सत्र के बाद प्रतिभागियों और संसाधन व्यक्तियों के बीच सार्थक बातचीत भी हुई।

 

 

समापन सत्र के दौरान, डॉ. आर. वेंकटकुमार ने अपनी राय व्यक्त की और कहा कि भा.कृ.अनु..- भा.बा.अनु.सं. और बीसीएसएल के मध्य बागवानी और किसान केंद्रित कार्यक्रमों पर समान जनादेश के साथ ऐसे ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए सहयोग जारी रहना चाहिए।श्री योगेश मोहिते और बीसीएसएल के प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने वास्तविक कृषि स्थितियों के तहत सब्जियों की खेती के लिए अनुशंसित नवीन वैज्ञानिक बागवानी प्रबंधन तकनीको के बारे में जानकारी हासिल की है। उन्होंने इसी तरह के कार्यक्रमों को प्रायोजित करने और भा.कृ.अनु..- भा.बा.अनु.सं. के साथ सहयोग जारी रखने की इच्छा भी व्यक्त की है। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय डॉ. बी. बालकृष्णा, प्रधान वैज्ञानिक और श्री जी.ए. अतीकुल्ला, वैज्ञानिक, सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण विभाग, भा.कृ.अनु..- भा.बा.अनु.सं., बेंगलुरु द्वारा किया गया था।