आईवरकण्ठपुरा शासकीय विद्यालय में सफ़ाई अभियान चलाया गया। डॉ. पी. नंदीशा, नोडल अधिकारी, स्वच्छ भारत समिति ने छात्रों को अपने दैनिक जीवन में सफ़ाई और प्रकृति के संरक्षण में एक ही बार में उपयोग-योग्य प्लास्टिक को दूर करनेके महत्व के बारे में बताया। डॉ. सेल्वाकुमार, प्रधान वैज्ञानिक (कृषि सूक्ष्मजीव विज्ञान) ने जैविक रूप से अपघटित होने वाले और जैविक रूप से अपघटित न होने वाले अपशिष्टों, अपशिष्टों को अलग-अलग करने के महत्व और पोषक तत्व पुन:चक्रण हेतु सक्षम अपघटन के बारे में बताया। डॉ. रघुपति, अध्यक्ष, मृदा विज्ञान व कृषि रसायन विभाग ने मृदा-स्वास्थ्य और प्राकृतिक सफ़ाई के लिए पर्यावरण की सफ़ाई तथा प्रक्षेत्र और घरेलू अपशिष्टों की कम्पोस्टिंग के महत्व की जानकारी दी। सभी छात्र, अध्यापक और संस्थान के कर्मचारियों ने विद्यालय के परिसर की सफ़ाई की और प्लास्टिक अपशिष्टों को अलग-अलग किया। इसी प्रकार केंद्रीय बागवानी परीक्षण केंद्र, चेट्टल्ली के कर्मचारियों ने कार्यालय और आवासीय परिसर में सफ़ाई एवं स्वच्छता अभियान में भाग लिया।