चमन लाल गांव, यादगिर जिले के श्री शांतिलाल के लिए इस वर्ष का दशहरा त्यौहार काफी उत्साह और खुशी वाला था क्योंकि उन्होंने इस अवसर पर आईआईएचआर गेंदा किस्म ‘अर्का बंगारा 2’ से पुष्पों की तुड़ाई कर उनकी बिक्री से लाभ कमाया था।
श्री वासुदेव नायक, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, कालबुर्गी ने श्री शांतिलाल के फार्म में गेंदा किस्म ‘अर्का बंगारा 2’ का एक प्रदर्शन-परीक्षण किया जिससे वह भी बहुत प्रसन्न हुए। श्री शांतिलाल का फार्म आस-पास के किसानों के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहा है, जिन्होंने उनके फार्म में खिले स्वस्थ फसल और सुंदर फूलों की प्रशंसा की। बेतर उपज के अलावा, उन्हें तब और भी बहुत ज्यादा खुशी हुई जब उन्होंने देखा की अन्य किस्मों की तुलना में बाजार में ‘अर्का बंगारा 2’ से उन्हें अधिक मूल्य प्राप्त हो रहा है, क्योंकि व्यापारियों को पुष्प की विशिष्टता और बॉल की तरह गोल आकृति काफी आकर्षक लगी। श्री शांति लाल ने बताया कि 60 x 90 से. मी. की दूरी पर रोपण किए जाने तथा प्रत्येक पादप से लगभग 1.5 कि. गा. की उपज प्राप्त किए जाने से उन्हें 10-12 टन प्रति एकड़ की उपज प्राप्त करने की उम्मीद है। नाशीकीटों और रोगों के कम आपतन, उच्च उपज और आकर्षक पुष्पों के कारण उन्होंने यह महसूस किया कि उनके द्वारा खेती की जा रहे अन्य वाणिज्यिक हाइब्रिड पुष्पों की तुलना में आईआईएचआर किस्म ‘अर्का बंगारा 2’ की खेती करना अधिक लाभप्रद है।